नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि यह प्रदर्शन गांधी परिवार से जुड़ी जांचों की प्रतिक्रिया स्वरूप किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है।
बंसल ने कहा कि नेशनल हेराल्ड अखबार की शुरुआत 1937 में स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा की गई थी, लेकिन बाद में इसे एक निजी कंपनी में बदलने और इससे संबंधित संपत्तियों का हस्तांतरण विवादास्पद रहा है। उनका कहना था कि कांग्रेस पार्टी द्वारा एक राजनीतिक दल के तौर पर एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को 90 करोड़ रुपये का लोन देना, नियमों के अनुसार उचित नहीं था।
भाजपा नेता ने बताया कि ‘यंग इंडिया’ नाम की कंपनी, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की प्रमुख हिस्सेदारी है, ने उक्त लोन के बदले कंपनी के शेयर लेकर संपत्तियों का नियंत्रण हासिल किया। उन्होंने कहा कि यंग इंडिया एक चैरिटेबल कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड है, लेकिन उससे जुड़ी गतिविधियों को लेकर कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान बंसल ने यह भी कहा कि गांधी परिवार इस प्रकरण में पहले ही जमानत पर है और अब सुप्रीम कोर्ट में भी राहत की मांग कर चुका है। उन्होंने कांग्रेस के हालिया प्रदर्शनों को न्यायिक प्रक्रिया पर दबाव बनाने का प्रयास बताया।
भाजपा की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस नेशनल हेराल्ड मामले में अपने शीर्ष नेताओं के खिलाफ की जा रही जांच को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। इस दौरान भाजपा के अन्य प्रदेश पदाधिकारी भी मीडिया वार्ता में मौजूद रहे।
विवाद के इस मामले में जांच एजेंसियों की कार्यवाही और अदालत की प्रक्रिया के बीच राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ होती जा रही है। सभी पक्षों की ओर से विभिन्न दावे किए जा रहे हैं और मामला फिलहाल न्यायिक प्रक्रिया में है।