भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर विभिन्न जिलों में संगोष्ठियों का आयोजन किया गया, जिसमें केंद्रीय मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे, प्रदेश उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रदेश शासन के मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, और अन्य भाजपा नेता शामिल हुए। इन कार्यक्रमों में बाबा साहब के योगदान को याद करते हुए उनके सामाजिक समरसता के विचारों को आगे बढ़ाने की बात की गई।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे ने कहा कि बाबा साहब का जीवन सामाजिक समरसता के लिए समर्पित था और भाजपा कार्यकर्ताओं का यह पहला कर्तव्य है कि वे उनके विचारों को आगे बढ़ाएं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा देश के संविधान को भारत की आत्मा मानती है, जबकि अन्य दलों द्वारा इसे एक किताब के रूप में देखा जाता है।
प्रदेश उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने अपने संबोधन में बाबा साहब की समाज सुधार के दिशा में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने बाबा साहब को राजनीति में आगे बढ़ने से रोकने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने बाबा साहब को हमेशा सम्मान दिया है और उनके योगदान को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं, जैसे पंचतीर्थ का निर्माण।
प्रदेश शासन के मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी बाबा साहब के योगदान को रेखांकित किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बाबा साहब के साथ कई बार अन्याय किया, जबकि भाजपा ने उन्हें हमेशा सम्मानित किया। उन्होंने यह उल्लेख किया कि भाजपा की सरकारों ने बाबा साहब से जुड़े स्थानों को विकसित किया है और उनके योगदान को जन-जन तक पहुँचाया है।
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी बाबा साहब के विचारों की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने सामाजिक समरसता के लिए अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की और भाजपा ने उनके योगदान को मान्यता दी है।
इन संगोष्ठियों में कई अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखे और बाबा साहब के प्रति सम्मान व्यक्त किया। संगोष्ठियों में भाजपा के विभिन्न पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को जन-जन तक पहुँचाना और उनके विचारों को लागू करना था, ताकि समाज में समानता और समरसता का माहौल बना रहे।