उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों के नाम परिवर्तन के फैसले को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। भाजपा ने इस निर्णय का समर्थन करते हुए इसे जनभावनाओं के अनुरूप बताया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि लंबे समय से जनता द्वारा कुछ स्थानों के नाम बदलने की मांग की जा रही थी, जिसे सरकार ने स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव राज्य की सांस्कृतिक विरासत और जनभावनाओं के अनुरूप है।
नाम परिवर्तन पर राजनीतिक प्रतिक्रिया
भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड के चार जिलों में 17 स्थानों के नाम बदले गए हैं, जो जनता की इच्छाओं के अनुरूप हैं। उन्होंने इसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से आवश्यक बताया।
वहीं, इस फैसले पर हो रहे विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र के लोग यह चाहते हैं कि उनके स्थानों की पहचान ऐसे नामों से हो, जो उनकी संस्कृति और विरासत को दर्शाते हों। सरकार का दायित्व है कि वह जनता की भावनाओं का सम्मान करे।
भविष्य में भी हो सकते हैं बदलाव
उन्होंने यह भी कहा कि यदि भविष्य में और स्थानों के नाम बदलने की जरूरत महसूस होती है, तो सरकार इस पर विचार करेगी। सरकार का उद्देश्य प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखना और जनता की भावनाओं का सम्मान करना है।