देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने राजधानी देहरादून में 30 अप्रैल को 'संविधान बचाओ रैली' आयोजित करने की घोषणा की है। इस रैली के माध्यम से पार्टी केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों और संवैधानिक संस्थाओं को लेकर अपनी चिंताओं को जनता के समक्ष रखने की योजना बना रही है। यह निर्णय कांग्रेस की उच्च स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में लिया गया, जिसमें पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा की उपस्थिति रही और बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने की।
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और गणेश गोदियाल सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। कांग्रेस की ओर से बताया गया कि यह रैली संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है, जिसे देशभर में चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा बताया गया।
बैठक के दौरान प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने हाल ही में ईडी कार्यालय के घेराव और प्रदेशभर में हुए प्रदर्शनों की सफलता के लिए नेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि संगठन की एकता और कार्यकर्ताओं की सक्रियता से आने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी को मजबूती मिल सकती है।
सीडब्ल्यूसी सदस्य गुरदीप सिंह सप्पल ने कहा कि हाल ही में अहमदाबाद अधिवेशन में पारित न्याय पथ संकल्प प्रस्ताव के बाद भाजपा सरकार द्वारा कांग्रेस नेताओं पर लगाए गए आरोपों को लेकर पार्टी देशभर में विरोध दर्ज करा रही है।
प्रदेश सहप्रभारी सुरेन्द्र शर्मा ने पार्टी नेताओं से इस अभियान को बूथ स्तर तक पहुंचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सभी समान विचारधारा वाले समूहों का समर्थन भी लिया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने जानकारी दी कि देहरादून में होने वाली इस रैली में प्रदेश भर से पार्टी कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। वहीं, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए विधायक और संगठन के हर स्तर के सहयोग की बात कही।
बैठक में भुवन कापड़ी, ममता राकेश, विक्रम सिंह नेगी, रवि बहादुर, रंजीत रावत, ज्योति रौतेला, सुमित भुल्लर, विकास नेगी, हेमा पुरोहित और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी अपनी भागीदारी दी और सुझाव दिए। रैली के बाद हल्द्वानी में भी ऐसा ही आयोजन करने की संभावना जताई गई है।
कांग्रेस का यह आयोजन आगामी समय में पार्टी की रणनीतिक गतिविधियों में एक अहम कड़ी माना जा रहा है।