देहरादून: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में राहत न मिलने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन व प्रशासन) सूर्यकांत धस्माना ने आरोप लगाया है कि सरकार आम जनता को राहत देने की बजाय इस लाभ को अपने राजस्व में जोड़ रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति की विस्तारित बैठक और एआईसीसी महाधिवेशन में शामिल होने के लिए अहमदाबाद रवाना होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में धस्माना ने कहा कि “सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ा कर करीब 36,000 करोड़ रुपये सालाना का अतिरिक्त लाभ अपने खजाने में जोड़ा है, जबकि जनता महंगाई से परेशान है।”
उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में हालिया 50 रुपये की बढ़ोतरी आम उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है। कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार की नीति को लेकर आलोचना करते हुए इसे आमजन पर “दोहरे आर्थिक दबाव” के रूप में प्रस्तुत किया।
सूर्यकांत धस्माना ने जानकारी दी कि कांग्रेस पार्टी अहमदाबाद से लौटने के बाद राज्यभर में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों को लेकर प्रदर्शन करेगी। उनके अनुसार, यह आंदोलन जनता के आर्थिक हितों की आवाज़ को उठाने के उद्देश्य से किया जाएगा।
कांग्रेस की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन घरेलू खुदरा ईंधन कीमतों में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है।