देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से राज्य आंदोलन के प्रमुख नेता और उत्तराखंड क्रांति दल के उपाध्यक्ष प्रताप शाही की तत्काल आर्थिक सहायता किए जाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि शाही ने राज्य निर्माण आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया था और कई बार जेल भी गए थे, साथ ही सत्याग्रह, धरने और अनशन जैसे आंदोलनों में भी हिस्सा लिया था।
धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि इस समय प्रताप शाही की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर है और उन्हें दिल्ली के महरौली स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि शाही की आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय है और इलाज में मुश्किलें आ रही हैं। इस कारण उन्होंने राज्य सरकार से शाही की सहायता करने की मांग की।
प्रताप ने सरकार की तरफ से दी जा रही पेंशन को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि यह पेंशन बहुत कम है और इसे बढ़ाकर कम से कम 15,000 से 20,000 रुपये किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर 16 अप्रैल को देहरादून में एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया है, जिसमें बड़ी संख्या में आंदोलनकारी अपनी आवाज़ सरकार के सामने उठाएंगे।
इसके अलावा, उन्होंने कोचिंग माफिया को गिरफ्तार करने की मांग की, जो राज्य आंदोलनकारियों के लिए आरक्षण में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से यह भी कहा कि इस काम में विशेषज्ञ वकीलों की मदद ली जाए। प्रताप ने कहा कि अगर अब भी इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले समय में आंदोलनकारियों के निधन के बाद कोई भी कानून बनाने का प्रयास बेमानी होगा।