उत्तराखंड में खनन से जुड़ा मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा लगाए गए आरोपों पर स्पष्ट जवाब देने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है, जो चिंताजनक है।
धीरेंद्र प्रताप ने खनन सचिव द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को असंतोषजनक बताते हुए कहा कि इससे जनता को कोई स्पष्टता नहीं मिली है और इसे महज लीपापोती के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने सरकार से इस मामले में श्वेत पत्र जारी करने की मांग की ताकि जनता के सामने पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके।
इसके साथ ही, उन्होंने त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा हाल ही में दिए गए बयान, जिसमें उन्होंने खुद को "शेर" और अधिकारियों को "कुत्ता" कहा था, की कड़ी आलोचना की। धीरेंद्र प्रताप ने इसे अनुचित बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री से अपने शब्दों को वापस लेने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी राज्य की व्यवस्था का अभिन्न हिस्सा हैं, और सभी को उनके योगदान का सम्मान करना चाहिए।
हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि किसी भी क्षेत्र में कुछ भ्रष्ट लोग हो सकते हैं, जिनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उनका कहना था कि जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्हें न्यायिक प्रक्रिया के तहत दंडित किया जाना चाहिए।
खनन से जुड़ी अनियमितताओं पर चिंता व्यक्त करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री से मांग की कि इस मामले पर तुरंत संज्ञान लिया जाए और आवश्यक कदम उठाए जाएं, ताकि राज्य में अवैध खनन पर रोक लगाई जा सके और प्राकृतिक संसाधनों का सही तरीके से उपयोग हो।