उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने राष्ट्रीय पार्टियों की नीतियों और राज्य आंदोलन की उपेक्षा के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत कर दी है। इस क्रम में यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कैथेत जी के आह्वान और केंद्रीय महामंत्री किरन रावत के नेतृत्व में धर्मपुर विधायक विनोद चमोली के आवास का घेराव किया गया।
मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप
इस अवसर पर यूकेडी नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके नेता जाति, धर्म और वर्ग विशेष को लेकर समाज में अशांति फैलाने की राजनीति कर रहे हैं, ताकि जनता का ध्यान परिसीमन, मूल-निवास और भू-कानून जैसे मुख्य मुद्दों से भटकाया जा सके।
विधानसभा में पहाड़वासियों का अपमान
यूकेडी नेताओं ने प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधानसभा में की गई अमर्यादित टिप्पणियों की कड़ी निंदा की और इसे एक सोची-समझी साजिश करार दिया, जिससे राज्य आंदोलन की मूल भावना को कमजोर किया जा सके।
मसूरी विधायक गणेश जोशी के आवास का भी घेराव
आंदोलन के अगले चरण में मसूरी विधायक गणेश जोशी के आवास का घेराव किया गया। इस दौरान यूकेडी की केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रमिला रावत ने स्पष्ट किया कि पहाड़ी समाज के अपमान को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि "डबल इंजन की सरकार" उत्तराखंड को बर्बाद कर चुकी है और जनता से किए गए वादे पूरे नहीं हुए हैं।
प्रेमचंद अग्रवाल की बर्खास्तगी की मांग
यूकेडी की केंद्रीय महामंत्री राजेश्वरी रावत ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त नहीं किया गया तो आंदोलन उग्र रूप ले लेगा और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख नेता और कार्यकर्ता:
केंद्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश उपाध्याय, वरिष्ठ नेता लकाफत हुसैन, केंद्रीय महामंत्री बृजमोहन सजवान, कार्यालय प्रभारी देवचंद उत्तराखंडी, केंद्रीय प्रवक्ता टीकम राठौर, पूर्व युवा अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट, वरिष्ठ नेत्री गीता बिष्ट, रजनी नेगी, लक्ष्मी रावत, शकुंतला, चिंतन सकलानी, अनिल डोभाल, संजीव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।