देहरादून – उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के विधानसभा में दिए गए कथित बयान को लेकर राज्यभर में विरोध प्रदर्शन किया। उक्रांद कार्यकर्ताओं ने विभिन्न चौराहों पर मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल का पुतला दहन किया और उनके बयान को पहाड़ी समाज के प्रति अपमानजनक बताया।
दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं और ऐसे विधायक को तत्काल विधानसभा से बर्खास्त किया जाना चाहिए। उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कटेथ ने भी इस बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि विधान भवन के अंदर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए था। उन्होंने इसे पहाड़ी समाज का अपमान करार देते हुए मंत्री से इस्तीफे की मांग की।
युवा नेता परवीन चंद रमोला ने कहा कि विधानसभा जैसे लोकतंत्र के मंदिर में एक कैबिनेट मंत्री द्वारा पहाड़ियों के खिलाफ बयान देना उनकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री बृजमोहन सजवाण ने कहा कि 42 से अधिक शहादतों के बाद बने उत्तराखंड राज्य में ऐसे बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं और यदि पहाड़ के विधायकों को इस पर आपत्ति है तो उन्हें इस मुद्दे पर खुलकर विरोध करना चाहिए।
उक्रांद के केंद्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश उपाध्याय ने चेतावनी दी कि यदि मंत्री ने माफी नहीं मांगी तो यह विरोध पूरे प्रदेश में फैल सकता है, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। वहीं, युवा नेता राजेंद्र सिंह बिष्ट ने पहाड़ी समाज से एकजुट होकर ऐसे बयानों का सामाजिक बहिष्कार करने की अपील की।
केंद्रीय महामंत्री किरन रावत ने विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूड़ी से मांग की कि इस मामले में तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। उत्तराखंड क्रांति दल के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रदेशभर में चर्चा हो रही है, और अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि सरकार और प्रेमचंद्र अग्रवाल की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है।