अहमदाबाद: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 8 और 9 अप्रैल 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में अपने दो दिवसीय अधिवेशन का आयोजन किया। इस अधिवेशन में अहमदाबाद से लौटकर उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि यह अधिवेशन कांग्रेस के लिए ही नहीं, बल्कि देश के राजनीतिक परिदृश्य के लिहाज से भी महत्वपूर्ण था।
गरिमा मेहरा दसौनी ने बताया कि इस अधिवेशन में कांग्रेस की नीतियों और आगामी रणनीतियों पर गंभीर मंथन हुआ। विशेष रूप से कांग्रेस को पुनर्स्थापित करने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की गई। उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में जहां कांग्रेस ने अपनी उपस्थिति दर्ज की, वहीं पार्टी को मजबूत करने की दिशा में व्यापक विमर्श हुआ। दसौनी ने गुजरात के इतिहास में कांग्रेस के योगदान को भी रेखांकित किया, और कहा कि साबरमती की भूमि पर महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे महान नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए थे।
अधिवेशन का मुख्य नारा "न्यायपथ- संकल्प, समर्पण, संघर्ष" था, जो पार्टी के मूल्यों और सामाजिक न्याय की रक्षा के प्रति कांग्रेस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। दसौनी ने कहा कि इस अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य पार्टी को संरचनात्मक और वैचारिक रूप से सशक्त करना था, और इसमें विशेष रूप से युवा और महिला नेताओं को अधिक जिम्मेदारी देने पर जोर दिया गया।
इस अधिवेशन में महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक समानता जैसे मुद्दों पर नीतिगत प्रस्ताव पारित किए गए। 8 अप्रैल को सरदार वल्लभभाई पटेल मेमोरियल में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें 169 नेताओं ने हिस्सा लिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उद्घाटन भाषण में पार्टी की ऐतिहासिक भूमिका और वर्तमान चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
9 अप्रैल को पूर्ण अधिवेशन के दौरान कांग्रेस के पदाधिकारी, फ्रंटल संगठनों के प्रमुख और 1727 एआईसीसी सदस्य शामिल हुए। अहम प्रस्तावों में अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए मौजूदा आरक्षण की रक्षा और विस्तार पर जोर दिया गया। इसके साथ ही महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को जनता तक पहुंचाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने का भी निर्णय लिया गया।
इस अधिवेशन में संगठनात्मक पुनर्गठन और डिजिटल माध्यमों के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया। पार्टी ने युवाओं, किसानों और छोटे व्यापारियों के मुद्दों को अपने अभियान का केंद्र बनाने का संकल्प लिया। गरिमा मेहरा दसौनी ने कहा कि इस अधिवेशन ने पार्टी कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरने का काम किया और कांग्रेस ने अपनी आवाज को और बुलंद करने का संकल्प लिया।