देहरादून: कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने अहमदाबाद में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान गांधी परिवार के समर्थन में लगे नारों पर भाजपा प्रवक्ताओं की प्रतिक्रियाओं को अनुचित बताया है। उन्होंने इसे "बेवजह की आपत्ति" करार देते हुए कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के समर्थन में नारे लगाना स्वाभाविक है, जिसे गलत नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि कांग्रेस का 140 वर्षों का इतिहास स्वतंत्रता संग्राम से लेकर राष्ट्र निर्माण तक कई अहम योगदानों से भरा हुआ है। उन्होंने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और अशफ़ाक उल्ला खान जैसे नेताओं के साथ-साथ इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की शहादत का उल्लेख करते हुए कहा कि गांधी परिवार ने देश और पार्टी दोनों के लिए बलिदान दिया है।
उन्होंने कहा कि यदि कार्यकर्ता गांधी परिवार के उत्तराधिकारियों के समर्थन में नारे लगाते हैं, तो यह उनके प्रति सम्मान का प्रतीक है, न कि किसी प्रकार की राजनीति। उन्होंने भाजपा प्रवक्ताओं की प्रतिक्रियाओं को "खिसियाहट" बताते हुए कहा कि गांधी-नेहरू परिवार को देश ने पीढ़ियों से नेतृत्वकर्ता और जनसेवक के रूप में स्वीकार किया है।
कांग्रेस नेता ने अहमदाबाद अधिवेशन में लिए गए निर्णयों को "क्रांतिकारी" बताते हुए उम्मीद जताई कि यदि इन फैसलों को पूरी निष्ठा से लागू किया गया, तो इससे राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव संभव है। उन्होंने कहा कि भाजपा की तीखी प्रतिक्रियाएं अधिवेशन की संभावित प्रभावशीलता को लेकर चिंता को दर्शाती हैं।
इस पूरी घटनाक्रम में धीरेंद्र प्रताप ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे संयम और स्पष्ट विचारधारा के साथ आगे बढ़ें और कांग्रेस के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाएं।