देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अमेरिका द्वारा 104 भारतीय नागरिकों को हथकड़ी और जंजीरों में जकड़कर भारत भेजे जाने के विरोध में एक गोष्ठी का आयोजन किया। बैठक में कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को अमानवीय बताते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की और इसे भारतीय नागरिकों के सम्मान पर आघात करार दिया।
गोष्ठी की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री वीरेंद्र पोखरियाल ने की। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल किया कि क्या सरकार को इस घटना की जानकारी थी और यदि थी, तो इस पर अभी तक कोई ठोस प्रतिक्रिया क्यों नहीं आई? उन्होंने यह भी पूछा कि अमेरिका में मौजूद अन्य हजारों भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
नेताओं की प्रतिक्रिया:
संजय शर्मा ने इस घटना को "देश के लिए शर्मनाक" बताया और कहा कि भारत को कोलंबिया की तरह अपने नागरिकों के लिए उचित सम्मान के साथ प्रत्यावर्तन सुनिश्चित करना चाहिए था।
पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि सरकार को अमेरिका से कड़े शब्दों में जवाब मांगना चाहिए था।
गरिमा माहरा दसौनी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जनता को विभाजित करने की राजनीति कर रही है और इस मुद्दे पर चुप्पी साधकर देश के सम्मान को ठेस पहुंचा रही है।
ओमप्रकाश सती ने कहा कि युवा बेहतर भविष्य की तलाश में विदेश जाते हैं, लेकिन सरकार रोजगार देने के अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है।
कांग्रेस नेताओं ने इस विषय पर केंद्र सरकार से तत्काल स्पष्टीकरण और ठोस कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, इस मुद्दे को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की बात कही।