भोपाल में आयोजित एक संगोष्ठी में केंद्रीय कानून मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल और प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय टोली के सदस्य डॉ. सदानंद दामोदर सप्रे ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम का आयोजन जेके हॉस्पिटल कम्युनिटी हॉल, कोलार में किया गया था, जहां “बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर: एक विचार” विषय पर चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल ने बाबा साहब के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व केवल संविधान निर्माता तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने समाज के प्रत्येक वर्ग के कल्याण और सामाजिक समरसता के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होंने बाबा साहब की दूरदर्शिता की सराहना की और बताया कि उन्होंने वित्त आयोग, योजना आयोग और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना के विचार दिए।
डॉ. सदानंद दामोदर सप्रे ने अपने संबोधन में बाबा साहब के कार्यों को एक समृद्ध और समतामूलक भारत के निर्माण में अमूल्य योगदान बताया। उन्होंने बाबा साहब के समाज सुधार प्रयासों और उनके द्वारा किए गए संघर्षों को रेखांकित किया, जिनकी बदौलत आज भारत में सामाजिक न्याय की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
कार्यक्रम में श्री मेघवाल ने यह भी बताया कि बाबा साहब ने संघ की शाखाओं में भी भाग लिया था और उनका व्यक्तित्व राष्ट्रीय एकता के प्रतीक के रूप में देखा जाता था। उन्होंने बाबा साहब की जयंती के अवसर पर पंचतीर्थ के विकास की दिशा में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की।
इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस द्वारा बाबा साहब के साथ किए गए अन्याय और उनके जीवनकाल में किए गए प्रयासों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब की जयंती पर भारतीय जनता पार्टी की सरकारों द्वारा किए गए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए यह बताया कि बाबा साहब की विरासत को सम्मानित करने के लिए कई परियोजनाएं चल रही हैं।
संगोष्ठी के अंत में जेएनसीटी यूनिवर्सिटी के चांसलर श्री जयनारायण चौकसे ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कैलाश जाटव ने किया, और आभार श्री अनुपम चौकसे ने व्यक्त किया।
यह संगोष्ठी बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करने और उनके विचारों को समाज में फैलाने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।