देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चिंतन शिविर में दिए गए उस बयान पर सवाल खड़े किए हैं जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की सराहना करते हुए दावा किया था कि बीते एक दशक में देश के 30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन एवं प्रशासन) सूर्यकांत धस्माना ने इस दावे को "हवा हवाई" करार देते हुए कहा कि अगर यह आंकड़ा सही है तो केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देशभर के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन क्यों दिया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ये 80 करोड़ लोग अब भी गरीब हैं या नहीं।
धस्माना ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था इस समय गंभीर चुनौतियों से गुजर रही है और बेरोजगारी दर ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गई है। उन्होंने यह भी कहा कि महंगाई के कारण आम आदमी की ज़िंदगी कठिन होती जा रही है, और आवश्यक वस्तुएं भी सामान्य परिवारों की पहुंच से बाहर हो रही हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद भारत में पेट्रोल, डीज़ल और एलपीजी के दाम स्थिर नहीं हो रहे, जिससे आम जनता को राहत नहीं मिल पा रही है।
कांग्रेस का कहना है कि यदि सरकार सच में इतने बड़े पैमाने पर गरीबी उन्मूलन का दावा कर रही है तो उसे यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि वह किन आधारों पर 80 करोड़ लोगों को अब भी मुफ्त राशन का लाभ दे रही है।
इस बयान के साथ कांग्रेस ने सरकार से पारदर्शिता और तथ्यों पर आधारित जवाब देने की मांग की है, ताकि जनकल्याण योजनाओं की प्रभावशीलता को लेकर जनता के सामने स्पष्ट तस्वीर आ सके।