देहरादून: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा उठाए गए सवालों पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा का कहना है कि यह योजना जरूरतमंदों की सहायता के लिए है और इस पर सवाल उठाना उन लोगों के आत्मसम्मान और प्रयासों का अपमान है जो कठिन परिस्थितियों से उबरने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल गरीबी रेखा से बाहर निकले लोगों को अस्थायी राहत देना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि वे फिर से आर्थिक संकट में न फंसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा इस योजना पर की जा रही आलोचना उस पार्टी की "दुविधा और वैचारिक संकीर्णता" को दर्शाती है, जिसने वर्षों तक गरीबी हटाने के नाम पर राजनीति की, लेकिन ठोस परिणाम नहीं दे सकी।
चौहान ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की जनकल्याण योजनाओं और विकास कार्यों का असर है कि लाखों लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ सके हैं। उन्होंने दावा किया कि करीब 30 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने का आंकड़ा विश्व स्तरीय एजेंसियों द्वारा भी प्रमाणित किया गया है।
भाजपा का कहना है कि कोविड महामारी के बाद सरकार ने यह जिम्मेदारी समझते हुए 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया और यह सहायता अगले पांच वर्षों तक जारी रहेगी, ताकि कोई भी व्यक्ति फिर से आर्थिक रूप से कमजोर न हो।
पार्टी का मानना है कि इस योजना की आलोचना कर कांग्रेस जरूरतमंदों का मनोबल तोड़ने का प्रयास कर रही है, जबकि यह योजना उन्हें स्थायित्व और आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने की कोशिश है।
पीएम अन्न योजना को लेकर यह बहस ऐसे समय हो रही है जब देश में जनकल्याण और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की भूमिका पर अलग-अलग राजनीतिक दृष्टिकोण सामने आ रहे हैं।