निकाय चुनाव: विकास पर सवाल, कांग्रेस ने भाजपा को घेरा
देहरादून, 15 जनवरी: नगर निगम चुनावों के लिए प्रचार अभियान चरम पर है, और इस बीच कांग्रेस ने भाजपा पर विकास के मुद्दे पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि नये वार्डों को दस साल तक हाउस टैक्स से मुक्त रखने का दावा फेल हो गया है। उन्होंने इसे भाजपा की "विफल विकास नीति" करार दिया।
"विकास के दावों की पोल खुल गई"
वीरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि भाजपा शासन में नगर निगम के नए वार्डों का विकास ठप रहा है। उनका दावा है कि हाउस टैक्स माफी का वादा पूरा न कर पाने के कारण भाजपा के विकास के दावे खोखले साबित हुए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार जनता भाजपा को सबक सिखाएगी और कांग्रेस निकाय चुनावों में शानदार प्रदर्शन करेगी।
"महिला सुरक्षा पर भी उठे सवाल"
महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर भी पोखरियाल ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है। "भाजपा के कई नेता दुष्कर्म जैसे मामलों में संलिप्त पाए गए हैं, लेकिन अब तक किसी पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई है," उन्होंने कहा। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर भाजपा का "असली चेहरा" सामने आ गया है।
"भ्रष्टाचार मुक्त नगर निगम का वादा"
पोखरियाल ने कहा कि कांग्रेस पार्षद और कार्यकर्ता जनता के साथ खड़े रहेंगे और नगर निगम को भ्रष्टाचार मुक्त बनाकर एक ईमानदार प्रशासन देने का प्रयास करेंगे। उन्होंने जनता से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की।
सघन जनसंपर्क और जनसभाएं
कांग्रेस मेयर प्रत्याशी ने प्रचार अभियान के तहत निरंजनपुर मंडी, मोहित नगर, वसंत विहार, बल्लीवाला चौक, भगत सिंह कॉलोनी, और जीएमएस रोड समेत कई स्थानों पर पदयात्रा और जनसभाओं का आयोजन किया। अधिवक्ताओं के बीच भी सघन जनसंपर्क अभियान चलाया गया।
प्रचार अभियान में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर जोरदार प्रहार किए और जनता से कांग्रेस प्रत्याशियों को समर्थन देने की अपील की। अभियान में पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए।
निकाय चुनावी माहौल गरमाया
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, आरोप-प्रत्यारोप तेज हो रहे हैं। विकास और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे इस चुनाव के प्रमुख विषय बने हुए हैं। अब देखना यह होगा कि जनता किसके पक्ष में अपना फैसला सुनाती है।
This article is based on a press release issued by the Indian National Congress. While GNN has adapted the content for journalistic clarity and neutrality, the information and views presented originate from the press release. For More info, CLICK HERE.