भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह ने जबलपुर संभागीय कार्यालय में आयोजित एक संगोष्ठी में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उनके योगदान और संविधान निर्माण को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर डॉ. महेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के निर्णय को बाबा साहब के सपने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
डॉ. सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने बाबा साहब द्वारा तैयार किए गए संविधान को पूरी तरह से अपनाने के बजाय, इसके कुछ हिस्सों को प्रभावहीन करने का प्रयास किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहब के समाज में समरसता के कार्यों को रोकने और उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में आगे बढ़ने से रोकने के लिए कई कदम उठाए थे।
संगोष्ठी के दौरान डॉ. सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर कभी नहीं चाहते थे कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 लागू हो, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने उनके विरोध के बावजूद इसे संविधान में जोड़ा। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने धारा 370 को समाप्त कर दिया, जो डॉ. अंबेडकर की विचारधारा से मेल खाता था।
उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब का योगदान केवल भारतीय संविधान तक सीमित नहीं है, बल्कि उनका प्रभाव आज भी तीन शताब्दियों तक जारी रहेगा। डॉ. सिंह ने कहा कि बाबा साहब का कार्य और विचार आज भी समाज में प्रासंगिक हैं, और उनकी जयंती पर हमें उनके कार्यों और संघर्षों को याद करने का अवसर मिलता है।
संगोष्ठी में भाजपा के अन्य नेता भी उपस्थित थे, जिनमें सांसद विवेक बंटी साहू, जिला अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, प्रदेश उपाध्यक्ष व सांसद सुमित्रा वाल्मिकी, प्रदेश मंत्री आशीष दुबे, विधायक अशोक रोहाणी, महापौर जगतबहादुर सिंह अन्नू और नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज समेत कई अन्य पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस आयोजन ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को स्मरण करने का एक और अवसर प्रदान किया और उनके द्वारा रचित संविधान की महत्ता को सभी के सामने रखा।