देहरादून: उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने देश के स्वतंत्रता संग्राम और लोकतंत्र में अहम योगदान देने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा को भारत रत्न सम्मान देने की मांग की है। इस अवसर पर कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन व प्रशासन) सूर्यकांत धस्माना समेत कई नेताओं ने स्वर्गीय बहुगुणा के जीवन और कार्यों को स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पौड़ी गढ़वाल के बुगानी गांव में जन्मे हेमवती नंदन बहुगुणा ने विषम परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त कर इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्ययन किया और वहीं से छात्र राजनीति के जरिए स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ गए। स्वतंत्रता संग्राम में उनकी सक्रियता के चलते अंग्रेजी सरकार ने उनके जीवित या मृत पकड़ने पर दस हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। स्वतंत्रता के बाद बहुगुणा ने उत्तरप्रदेश की विधानसभा और बाद में मुख्यमंत्री पद तक का सफर तय किया।
धस्माना ने बताया कि बहुगुणा ने हमेशा सिद्धांत आधारित राजनीति की और कई बार सिद्धांतों के टकराव के चलते उन्हें बड़े राजनीतिक नुकसान भी झेलने पड़े। जनता पार्टी सरकार में पेट्रोलियम मंत्री रहते हुए दोहरी सदस्यता के मुद्दे पर मतभेद के कारण उन्होंने इस्तीफा दिया और बाद में चौधरी चरण सिंह सरकार में वित्त मंत्री बने। 1980 में कांग्रेस में वापसी कर उन्होंने इंदिरा गांधी के सत्ता में लौटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, हालांकि बाद में मतभेदों के चलते वे पुनः अलग हो गए और जीवन पर्यंत धर्मनिरपेक्ष राजनीति के लिए कार्य करते रहे।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने प्रसिद्ध पत्रकार खुशवंत सिंह का हवाला देते हुए कहा कि बहुगुणा को गांधी और नेहरू के बाद देश का एक बड़ा धर्मनिरपेक्ष नेता माना जाता है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जगदीश धीमान, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह, प्रदेश श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, महानगर उपाध्यक्ष आनंद सिंह पुंडीर, पार्षद अर्जुन सोनकर, सोम प्रकाश वाल्मीकि, पूर्व पार्षद प्रकाश नेगी, पूर्व पार्षद राजेश पुंडीर, प्रमोद गुप्ता, राम गोपाल वर्मा, पूनम कंडारी, अनुज दत्त शर्मा, चंद्रपाल, कौशल्या, किशोर उनियाल, अर्जुन शर्मा, संदीप धूलिया सहित कई कार्यकर्ताओं ने भी स्वर्गीय बहुगुणा के योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।