भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर कहा कि यह बिल वक्फ कानून की पुरानी विसंगतियों को दूर कर पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देगा। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि यह संशोधन देशभर के दो करोड़ से अधिक लोगों से सुझाव लेकर तैयार किया गया है, जिसमें मुस्लिम समाज के गरीब, महिलाएं और उपेक्षित वर्ग शामिल हैं।
डॉ. पटेल ने कहा कि यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के वास्तविक हकदारों को उनका अधिकार दिलाने और वक्फ बोर्ड की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से लाया गया है। उनके अनुसार, वर्तमान में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों से मध्यप्रदेश में अपेक्षाकृत कम आय हो रही है, जिसे संशोधन के बाद बेहतर किया जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि इस विधेयक से सालाना लगभग 12,000 करोड़ रुपये की आय संभावित है, जो मुस्लिम समाज के शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे क्षेत्रों में उपयोग की जाएगी।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि विधेयक के माध्यम से वक्फ बोर्ड में मुस्लिम समाज के विभिन्न वर्गों जैसे बोहरा, पसमांदा और खानी समुदाय के साथ-साथ महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व मिलेगा, जिससे समावेशिता और सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर इस बिल का विरोध करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे विरोध केवल भ्रम फैलाने और राजनीतिक फायदे के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि यह विधेयक न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा, बल्कि वक्फ बोर्ड के प्रशासनिक ढांचे को भी सशक्त करेगा।
डॉ. पटेल ने कहा कि यह विधेयक सच्चर कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप है, जिसमें मुस्लिम समाज की वास्तविक जरूरतों पर ध्यान देने की बात कही गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की सरकार द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट को वर्षों तक दबाकर रखा गया, जबकि मौजूदा सरकार उसी रिपोर्ट के अनुसार कार्य कर रही है।
कार्यक्रम में भाजपा के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे।