उत्तराखंड में निजी स्कूलों की फीस वृद्धि, महंगी किताबें और ड्रेस को लेकर मिल रही शिकायतों के मद्देनज़र शिक्षा विभाग ने कदम उठाए हैं। विभाग ने अभिभावकों की शिकायतों के समाधान के लिए टोल फ्री नंबर 1800 180 4275 जारी किया है, जिस पर निजी स्कूलों से जुड़ी समस्याएं दर्ज की जा सकती हैं।
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि सरकारी और निजी विद्यालयों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है और मनमानी के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा नई आधिकारिक वेबसाइट भी लॉन्च की गई है, ताकि शिक्षक, छात्र और अभिभावक विभाग से जुड़ी सूचनाएं आसानी से प्राप्त कर सकें।
शिक्षा विभाग को राज्य भर से निजी विद्यालयों के शुल्क बढ़ाने, ड्रेस और पुस्तकें थोपने जैसी शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों के निस्तारण के लिए अब निदेशालय स्तर पर मूल्यांकन कर उन्हें संबंधित जिलों को भेजा जाएगा। जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी इन पर कार्रवाई कर रिपोर्ट निदेशालय को भेजेंगे।
हाल ही में कुछ स्कूलों और स्टेशनरी विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है। अब स्कूलों को फीस, किताबें और ड्रेस का पूरा विवरण विभाग को देना अनिवार्य होगा।
इसके अतिरिक्त, अभिभावक जिले के शिक्षा अधिकारियों को भी अपनी शिकायतें सीधे सौंप सकते हैं।
शासन की ओर से यह प्रयास शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और अभिभावकों की सहूलियत सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है।