देहरादून, 3 जनवरी – भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आगामी निकाय चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीति और तैयारियों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि पार्टी ने 90% टिकट उन कार्यकर्ताओं को दिए हैं, जो लंबे समय से संगठन के प्रति समर्पित रहे हैं। युवा और हार्डकोर कैडर को प्राथमिकता देते हुए अधिकांश सीटों पर प्रतिबद्ध और सक्रिय सदस्यों को चुना गया है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा एक सैद्धांतिक और विचार-समर्पित कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। यही वजह है कि देहरादून और हल्द्वानी जैसे निगमों में सौरभ थपलियाल और गजराज बिष्ट जैसे समर्पित कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा, नगरपालिका, नगर पंचायत अध्यक्ष, पार्षद, और वार्ड मेंबरों की सूची में भी पुराने, जुझारू कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी गई है।
बागियों को नामांकन वापस लेने का अंतिम अवसर
भट्ट ने कहा कि पार्टी ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ खड़े बागी उम्मीदवारों को नामांकन वापस लेने का अंतिम अवसर दिया है। जो उम्मीदवार अब भी पार्टी के समर्थन में नहीं आएंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। इस संदर्भ में उन्होंने रुद्रपुर के पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और उनके भाई का नामांकन वापस लेने और कर्णप्रयाग के विधायक के पुत्र के पार्टी उम्मीदवार को समर्थन देने का उदाहरण दिया।
अनुशासन और संगठन को सर्वोपरि
भट्ट ने स्पष्ट किया कि पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन में संगठन की भावना और अनुशासन को प्राथमिकता दी है। योग्य और जीतने की संभावना रखने वाले उम्मीदवारों के बीच सामंजस्य बिठाने की प्रक्रिया अपनाई गई।
चुनाव प्रचार की योजना
प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने बताया कि पार्टी चुनाव अभियान में स्थानीय मुद्दों और समस्याओं का समाधान प्रस्तुत कर रही है। केंद्र और राज्य सरकार के विकास कार्यों की सूची बूथ स्तर तक पहुंचाई जा रही है। इसके तहत 3,457 बूथ कमेटियों को सक्रिय किया गया है।
महेंद्र भट्ट ने तीन स्थानों पर भाजपा के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने को पार्टी की जीत की शुभ शुरुआत बताया और इसके लिए कार्यकर्ताओं और जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसे सरकार और संगठन की उपलब्धियों का प्रमाण बताया।
निष्कर्ष
भाजपा ने निकाय चुनावों में संगठन और अनुशासन को प्राथमिकता देते हुए युवाओं और समर्पित कार्यकर्ताओं को मौका दिया है। साथ ही, बागी उम्मीदवारों को समर्थन देने के लिए अंतिम अवसर देकर पार्टी अपनी एकजुटता और रणनीतिक सोच को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
This article is based on a press release issued by the Bhartiya Janta Party. While GNN has adapted the content for journalistic clarity and neutrality, the information and views presented originate from the press release. For More info, CLICK HERE.