निकाय चुनाव: धार्मिक नारों पर सियासत गरम, भाजपा ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया

देहरादून, 21 जनवरी। उत्तराखंड के निकाय चुनावों के प्रचार के अंतिम चरण में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष हार के डर से समुदाय विशेष के धार्मिक नारों का सहारा ले रहा है।

चौहान ने एक चुनावी सभा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा दिए गए "जय इस्लाम" के नारे को तुष्टिकरण की पराकाष्ठा बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह कदम देवभूमि की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के खिलाफ है। चौहान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ऐसी साजिशों का समर्थन कर रही है, जो राज्य की जनसांख्यिकी को बदलने की ओर इशारा करती हैं।

"डेमोग्राफी बदलने की साजिश" का आरोप
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस पर सनातन धर्म और हिंदुत्व विरोधी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह के बयान और नारे पार्टी के वास्तविक एजेंडे को उजागर करते हैं। चौहान ने दावा किया कि कांग्रेस नेताओं के हालिया बयानों से जनता में गलत संदेश जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेता लव जिहाद, लैंड जिहाद, और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं।


राजनीति में धार्मिक नारे और बयानबाजी
मनवीर चौहान ने कहा कि उत्तराखंड जैसे धर्मपरायण राज्य में कांग्रेस नेताओं का यह रुख दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व सनातन धर्म के खिलाफ काम कर रहा है। चौहान ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने मुस्लिम विश्वविद्यालय बनाने और नमाज के लिए छुट्टी देने जैसे वादे किए हैं, जो पार्टी के तुष्टिकरण की नीति को दर्शाते हैं।

कांग्रेस का जवाबदेही से बचाव?
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से कांग्रेस अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। चौहान ने दावा किया कि देवभूमि की जनता ऐसी राजनीति को नकार चुकी है और आगामी निकाय चुनावों में भी कांग्रेस को करारा जवाब मिलेगा।

निकाय चुनाव की स्थिति पर नजर
23 जनवरी को होने वाले मतदान से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। जहां भाजपा अपनी विकास योजनाओं और कानून व्यवस्था के सुधार को केंद्र में रखकर प्रचार कर रही है, वहीं कांग्रेस के बयानों को लेकर भाजपा सवाल उठा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इन मुद्दों पर क्या रुख अपनाती है।

राजनीतिक विश्लेषकों की राय
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि धार्मिक नारे और ध्रुवीकरण के आरोप चुनावी रणनीतियों का हिस्सा हैं। उत्तराखंड की जनता किसे अपना समर्थन देती है, यह चुनाव परिणाम तय करेंगे।

This article is based on a press release issued by the Bhartiya Janta Party. While GNN has adapted the content for journalistic clarity and neutrality, the information and views presented originate from the press release. For More info, CLICK HERE.

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