देहरादून के विकास के लिए नई सोच: मानद कप्तान वीरेंद्र सिंह बिष्ट का दृष्टिकोण

उत्तराखंड राज्य की स्थापना के 24 वर्षों के बाद भी देहरादून कई पुरानी समस्याओं से जूझ रहा है। सफाई व्यवस्था, जलभराव, ट्रैफिक जाम और अतिक्रमण जैसे मुद्दे हर चुनाव में चर्चा का केंद्र बनते हैं, लेकिन इन समस्याओं का दीर्घकालिक समाधान अब तक अधूरा है।

इस बार मेयर पद के दावेदार और पूर्व सैनिक मानद कप्तान वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने एक नए और विस्तृत दृष्टि पत्र के जरिए देहरादून के विकास का खाका पेश किया है। बिष्ट के अनुसार, एक सुव्यवस्थित और स्मार्ट देहरादून का निर्माण उनकी प्राथमिकता है, जिसमें पर्यावरण संरक्षण, बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन, और सार्वजनिक सेवाओं को सुदृढ़ करने पर जोर होगा।

स्मार्ट और हरित इंफ्रास्ट्रक्चर

मानद कप्तान बिष्ट ने देहरादून में स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम और डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने की योजना का प्रस्ताव रखा है। साथ ही, हरित क्षेत्र बढ़ाने और अनियोजित निर्माण पर सख्ती से रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही है।

शहर को एक सस्टेनेबल मॉडल पर विकसित करने के लिए पर्यावरण-अनुकूल आवासीय परियोजनाओं को प्राथमिकता देने की योजना है।


यातायात और सुरक्षा

ट्रैफिक जाम से जूझ रहे शहर के लिए बिष्ट का दृष्टिकोण मल्टी-लेवल पार्किंग सुविधाओं की स्थापना और सिटी बस सेवाओं को दुरुस्त करना है। साथ ही, साइकिल ट्रैक का विस्तार और यातायात नियमों के सख्त पालन के लिए तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल उनके एजेंडे में शामिल है।

महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सीसीटीवी और पुलिस गश्त बढ़ाने के साथ ड्रग्स और अन्य अपराधों के खिलाफ सख्त अभियान चलाने की योजना है।

पर्यावरण और स्वच्छता

बिष्ट का प्रस्ताव ‘हरित देहरादून अभियान’ के जरिए शहर को अधिक हरियाली प्रदान करना है। इसके तहत वृक्षारोपण, कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा दिया जाएगा।

शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार

नगर निकाय स्कूलों में डिजिटल शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना उनकी प्रमुख योजनाओं में शामिल है। नियमित सफाई और डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाने की भी योजना है।

युवाओं और महिलाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए कौशल विकास केंद्र और स्वरोजगार योजनाओं की शुरुआत का प्रस्ताव दिया गया है।

नेतृत्व का दृष्टिकोण

एक पूर्व सैनिक होने के नाते, मानद कप्तान बिष्ट अनुशासन, ईमानदारी और सेवा भावना के प्रतीक माने जाते हैं। सेना में बिताए उनके वर्षों ने उन्हें जटिल समस्याओं को सुलझाने और सामुदायिक सहयोग बढ़ाने की क्षमता दी है। उनका कहना है कि पारदर्शिता और जवाबदेही उनके नेतृत्व की प्राथमिकता होगी।

जनता का फैसला

देहरादून के लोग 23 जनवरी 2025 को मतदान करेंगे। इस चुनाव में शहर को एक नए दृष्टिकोण और मजबूत नेतृत्व के जरिए आगे बढ़ाने का मौका है। मानद कप्तान बिष्ट की दूरदर्शी सोच और व्यावहारिक योजनाओं को शहरवासियों की स्वीकृति मिलेगी या नहीं, यह फैसला जनता के हाथों में है।

This article is based on a press release issued by the Uttrakhand Kranti Dal. While GNN has adapted the content for journalistic clarity and neutrality, the information and views presented originate from the press release. For More info, CLICK HERE

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post