नामांकन रद्द होने का मुख्य कारण सरकारी जमीन पर कब्जा था। रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी इलियास अंसारी और उनके बेटे ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करके दुकानें बना ली थीं।
इसके समर्थन में विधायक ने दस्तावेज और सबूत रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किए। इस आधार पर नामांकन रद्द कर दिया गया। विधायक ने यह भी कहा कि अतिक्रमण को लेकर दो साल पहले नोटिस भी जारी किया गया था, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि सरकारी जमीन पर कब्जा अवैध था और इस स्थिति में चुनाव लड़ना सही नहीं है।
दूसरी ओर, कांग्रेस का कहना है कि यह एक राजनीतिक साजिश है और नामांकन रद्द करने का निर्णय विधायक के दबाव में लिया गया है। कांग्रेस ने इस फैसले को चुनौती देने के लिए न्यायालय जाने का ऐलान किया है।
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देहरादून। कांग्रेस के चार पार्षद प्रत्याशियों के नामांकन पर आपत्तियों के चलते दूसरे दिन भी नगर निगम परिसर में हंगामा जारी रहा। कांग्रेसियों ने नामांकन केंद्र के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। तीन वार्डों के प्रत्याशियों की आपत्तियों का निस्तारण कर दिया गया, लेकिन वार्ड 49 के कांग्रेस प्रत्याशी और उनके बेटे का नामांकन सरकारी जमीन पर कब्जे के आरोप में निरस्त कर दिया गया।
प्रत्याशी के खिलाफ शिकायत लेकर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ रिटर्निंग अधिकारी के पास पहुंचे थे। इस पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कड़ी नाराजगी जताई और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस ने हस्तक्षेप किया और विधायक को पीछे के रास्ते से बाहर निकाला।
कांग्रेस की आपत्ति
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व नेता प्रतिपक्ष व चकराता के विधायक प्रीतम सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, महापौर प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, पूर्व विधायक राजकुमार और अन्य नेताओं ने एआरओ से मिलकर आपत्ति जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि रायपुर विधायक के दबाव में कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन को चुनौती दी जा रही है।
प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने वार्ड 47, वार्ड 49, वार्ड 3 और वार्ड 75 से अपने प्रत्याशियों का नामांकन दाखिल किया था। इनमें से तीन प्रत्याशियों को आपत्ति खारिज होने के बाद क्लीन चिट मिल गई, लेकिन वार्ड 49 के प्रत्याशी इलियास अंसारी का नामांकन निरस्त कर दिया गया। कांग्रेस ने इसे साजिश करार देते हुए कोर्ट जाने की घोषणा की है।
हंगामा और धक्का-मुक्की
बुधवार दोपहर विधायक उमेश शर्मा काऊ के नगर निगम पहुंचने के बाद बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी वहां जमा हो गए। उन्होंने नारेबाजी की और विधायक के खिलाफ प्रदर्शन किया। पुलिस ने जब कांग्रेस नेताओं को अंदर जाने से रोका, तो वहां धक्का-मुक्की की स्थिति पैदा हो गई। प्रीतम सिंह, लालचंद शर्मा और सूर्यकांत धस्माना को पुलिस ने अंदर जाने दिया, जबकि विधायक को पीछे के रास्ते से बाहर निकाला गया।
कांग्रेस का रुख और भाजपा का बयान
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने भाजपा पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वार्ड 49 के कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन गलत तरीके से खारिज किया गया है और इसके खिलाफ कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।
वहीं, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि उन्होंने केवल कानूनी प्रक्रिया का पालन किया। इलियास अंसारी और उनके बेटे ने सरकारी जमीन पर कब्जा किया हुआ था, और इस पर पहले भी नोटिस दिया जा चुका है। विधायक ने कहा कि उनका नामांकन रद होना कानून की जीत है।
कोर्ट जाने की तैयारी
कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह इस मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी। पार्टी का कहना है कि सभी सबूत कोर्ट में पेश किए जाएंगे, जिससे यह साबित होगा कि नामांकन रद करने का फैसला गलत था।
नगर निगम परिसर में बुधवार को दिनभर चली गहमा-गहमी के बीच यह मामला राजनीतिक गर्मागर्मी का केंद्र बना रहा। आने वाले दिनों में यह विवाद निकाय चुनाव की सियासत को और गरमा सकता है।