देहरादून, 6 जनवरी 2025: उत्तराखंड में निकाय चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में डटे बागी कार्यकर्ताओं को 3 दिन का समय दिया है। प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पार्टी इन कार्यकर्ताओं के योगदान को सम्मानपूर्वक देखते हुए उन्हें मनाने और समर्थन के लिए तैयार करने का अंतिम प्रयास कर रही है।
श्री कोठारी ने बताया, "पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, और अन्य पदाधिकारी शामिल हैं, को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वे इन कार्यकर्ताओं से संपर्क करें और उन्हें समझाएं। 8 जनवरी की शाम तक हम प्रतीक्षा करेंगे कि वे अपने नामांकन वापस लेकर पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों का समर्थन करें।"
अनुशासनहीनता पर सख्त रुख
उन्होंने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने अब तक पार्टी नेतृत्व का निर्णय स्वीकार नहीं किया है, उनमें से अधिकांश लंबे समय से पार्टी के साथ काम कर रहे हैं। "हम समझते हैं कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा या व्यक्तिगत कारणों से वे यह कदम उठा रहे हैं। लेकिन भाजपा, जो कार्यकर्ताओं का सम्मान करने वाली पार्टी है, उन्हें समझाने और वापस लाने का हर संभव प्रयास कर रही है।"
अगर 8 जनवरी तक कोई सकारात्मक बदलाव नहीं होता है, तो पार्टी अनुशासनहीनता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया, "अनुशासनात्मक कार्रवाई हमारा अंतिम विकल्प है। हमारा प्रयास है कि अधिक से अधिक लोग पार्टी के साथ खड़े हों और संगठन को मजबूत करें।"
पार्टी नेतृत्व का उद्देश्य
श्री कोठारी ने कहा कि भाजपा का मुख्य उद्देश्य संगठन को एकजुट रखना और निकाय चुनावों में पार्टी के प्रत्याशियों की सफलता सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा, "हमने यह अतिरिक्त समय इसलिए दिया है ताकि कार्यकर्ता खुद से निर्णय लेकर पार्टी के साथ जुड़ें।"
पार्टी नेतृत्व का यह कदम दिखाता है कि भाजपा कार्यकर्ताओं की राजनीतिक महत्वाकांक्षा का सम्मान करते हुए, संगठन की एकता और अनुशासन को प्राथमिकता देती है। अब सभी की नजरें 8 जनवरी पर हैं, जब यह तय होगा कि बागी कार्यकर्ता पार्टी की मुख्यधारा में लौटते हैं या उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।