देहरादून: देहरादून नगर निगम चुनावों में नामांकन पत्रों की जांच के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच तनाव गहराता दिखा। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्य नगर आयुक्त कार्यालय का रुख किया, जहां उन्होंने चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप पर चेतावनी दी।
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे नगर निगम प्रशासन और पीठासीन अधिकारियों पर कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र खारिज करने का अनुचित दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि नामांकन पत्रों से जुड़ी आपत्तियों का निस्तारण केवल पीठासीन अधिकारी के माध्यम से होना चाहिए, और प्रशासन को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
मुख्य नगर आयुक्त ने कांग्रेस नेताओं को आश्वस्त किया कि नगर निगम प्रशासन चुनावी प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि आपत्तियों का निस्तारण पीठासीन अधिकारी ही करेंगे और यह प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष होगी।
इसके बाद, श्री धस्माना और अन्य कांग्रेस नेताओं ने पीठासीन अधिकारियों से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि वे किसी भी दबाव से मुक्त रहकर नियमों के अनुसार नामांकन पत्रों की जांच करें। अधिकारियों ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जैसे महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, पूर्व विधायक राजकुमार, श्री लालचंद शर्मा, श्री धर्मेंद्र टीटू, इलियास अंसारी, रॉबिन त्यागी, और चरणजीत कौशल भी उपस्थित थे।
चुनाव के इस घटनाक्रम ने नगर निगम चुनावों में प्रशासन की भूमिका को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। निष्पक्षता की मांग और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच चुनावी माहौल और गर्म होता नजर आ रहा है।