देहरादून: उत्तराखंड के निकाय चुनावों में भाजपा ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 11 में से 10 नगर निगमों में जीत दर्ज की है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विकास मॉडल पर जनता का विश्वास बताया। उन्होंने कहा कि यह जीत सरकार की नीतियों और "ट्रिपल इंजन" की प्राथमिकता को जनता द्वारा दिए गए आशीर्वाद का प्रतीक है।
भट्ट ने कहा कि भाजपा को नगर पंचायत और पालिकाओं में भी जनता का व्यापक समर्थन मिला है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पार्टी अपने चुनावी वादों को प्राथमिकता के साथ पूरा करेगी। “हम हर क्षेत्र में संतुलित विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। निकाय क्षेत्रों में सुविधाओं का विस्तार और जरूरत के अनुसार योजनाओं को तेज़ी से लागू किया जाएगा,” उन्होंने कहा।
सरकार की नीतियों को सराहा गया
महेंद्र भट्ट ने यह भी कहा कि सीएम धामी के कार्यकाल में लाए गए यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी), नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण और अतिक्रमण जैसे मुद्दों पर सख्त कानूनों को जनता ने सराहा। इन पहलों ने चुनाव में भाजपा के पक्ष में सकारात्मक माहौल बनाने में मदद की।
कांग्रेस के लिए झटका
दूसरी ओर, कांग्रेस के लिए यह चुनाव परिणाम निराशाजनक साबित हुआ। पार्टी राज्य के किसी भी नगर निगम में खाता नहीं खोल सकी। भट्ट ने कहा, "कांग्रेस को जनता ने साफ संकेत दिया है कि वह अब उसकी राजनीति से सहमत नहीं है। पहले ईवीएम पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस अब बैलेट पेपर के बाद भी नतीजों को स्वीकारने से बच रही है।"
निर्दलीय प्रत्याशियों ने किया बेहतर प्रदर्शन
भट्ट ने यह भी कहा कि कई स्थानों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन किया, जो यह दर्शाता है कि जनता ने कांग्रेस को विकल्प के रूप में खारिज कर दिया है।
निकायों के विकास पर फोकस
भाजपा ने अपनी जीत को नई जिम्मेदारी के रूप में स्वीकार किया है। भट्ट ने कहा कि निकाय क्षेत्रों में विकास कार्यों को तेजी से बढ़ाया जाएगा और पार्टी का हर कदम जनता के विश्वास पर खरा उतरने के लिए होगा।
आगे की राह
जहां भाजपा इस जीत के जरिए अपनी नीतियों को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रही है, वहीं कांग्रेस के लिए यह समय आत्ममंथन का है। इस चुनाव ने प्रदेश में राजनीति के समीकरणों को बदलने के संकेत दिए हैं, और आने वाले समय में दोनों दलों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इन परिस्थितियों का कैसे सामना करते हैं।
This article is based on a press release issued by the Bhartiya Janta Party. While GNN has adapted the content for journalistic clarity and neutrality, the information and views presented originate from the press release. For More info, CLICK HERE.