देहरादून, 20 दिसंबर 2024 – राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कनक चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया। विरोध के दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की और भाजपा सरकार का पुतला दहन किया।
प्रदर्शनकारियों ने कांग्रेस भवन से जुलूस की शक्ल में कनक चौक तक मार्च किया। जब वे भाजपा के महानगर कार्यालय की ओर बढ़ने लगे, तो पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। इस दौरान विरोध स्थल पर कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने भाजपा पर तानाशाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "भाजपा अपने राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए निराधार आरोप लगा रही है। संसद में नोट रखवाने और राहुल गांधी पर धक्का-मुक्की का मामला पूरी तरह से गढ़ी गई कहानी है।"
महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर ध्यान भटकाने का प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि अमित शाह के बाबासाहेब आंबेडकर पर दिए बयान से उपजे विवाद को दबाने के लिए यह रणनीति अपनाई गई है। उन्होंने कहा, "इस घटना का कोई सीसीटीवी फुटेज या ठोस प्रमाण नहीं है। यह सब गृह मंत्री के बयान पर बहस से बचने का तरीका है।"
प्रदर्शन के दौरान अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी भाजपा पर विपक्ष को दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बाबासाहेब आंबेडकर पर दिए बयान को लेकर भाजपा को बचने का मौका नहीं देगी। साथ ही, राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर का डटकर विरोध करेगी।
इस विरोध प्रदर्शन में महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह गोगी सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने इस मुद्दे को संसद और सड़कों पर जोर-शोर से उठाने की बात कही।
कांग्रेस ने अपने बयान में कहा कि पार्टी संघर्ष से जन्मी है और किसी भी प्रकार के दबाव में आने वाली नहीं है। वहीं, भाजपा की ओर से इस विरोध पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
This article is based on a press release issued by the Indian National Congress. While GNN has adapted the content for journalistic clarity and neutrality, the information and views presented originate from the press release. For More info, CLICK HERE.